Raushan Kr. Raman   (Mr. R K Raman)
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I'm ã Sťųdêñț of M.Sc (Mãťhş) & an IBO. Muzaffarpur, Bihar
Joined 11 February 2018


I'm ã Sťųdêñț of M.Sc (Mãťhş) & an IBO. Muzaffarpur, Bihar
Joined 11 February 2018
1 APR AT 0:49

Year: 2050

बेटा: पापा, दुनिया में इतनी ज़्यादा भीषण गर्मी, मौसम की घटनाएँ और तबाही क्यों हो रही है?

पापा: बेटा, ये कलियुग का समय है। शास्त्रों में लिखा है कि प्रलय आएगी, और ये सारी घटनाएँ उसी का संकेत हैं।

बेटा: पापा, शास्त्र कब लिखे गए थे? मेरे जन्म से पहले या बाद में?

पापा: बेटा, ये सदियों पहले लिखे गए थे, बहुत पहले।

बेटा: तो फिर, पागल (गाली वो अपने हिसाब से चुन लेगा) तूने मुझे क्यों पैदा किया? सिर्फ इस सबमें मरने के लिए, क्या ये भी किसी शास्त्र में लिखा था?🤔

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21 MAR 2024 AT 12:40

संपूर्ण वेदांत आकर रुक जाता है “तुम” पर।
“हमीं हैं हमारी सृष्टि के सृष्टा”

प्राणी अपने प्रभु से पूछे किस विधी पाऊँ तोहे
प्रभु कहे तु मन को पा ले, पा जयेगा मोहे

तोरा मन दर्पण कहलाये – २
भले बुरे सारे कर्मों को, देखे और दिखाये
तोरा मन दर्पण कहलाये – २

मन ही देवता, मन ही ईश्वर, मन से बड़ा न कोय
मन उजियारा जब जब फैले, जग उजियारा होय
इस उजले दर्पण पर प्राणी, धूल न जमने पाये
तोरा मन दर्पण कहलाये – २

भले बुरे सारे कर्मों को, देखे और दिखाये
तोरा मन दर्पण कहलाये – २

सुख की कलियाँ, दुख के कांटे, मन सबका आधार
मन से कोई बात छुपे ना, मन के नैन हज़ार
जग से चाहे भाग ले कोई, मन से भाग न पाये
तोरा मन दर्पण कहलाये – २

भले बुरे सारे कर्मों को, देखे और दिखाये
तोरा मन दर्पण कहलाये – २

तन की दौलत ढलती छाया मन का धन अनमोल
तन के कारण मन के धन को मत माटि मे रौंद
मन की क़दर भुलानेवाला वीराँ जनम गवाये
तोरा मन दर्पण कहलाये – २

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30 DEC 2023 AT 11:10

"उन पलों को जियो जिन्हें आप शब्दों में बयां नहीं कर सकते।"
“Live for the moments you can’t put into words.”

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5 NOV 2023 AT 14:16

“जन्म देने वाले माता पिता से अध्यापक कहीं अधिक सम्मान के पात्र हैं, क्योंकि माता पिता तो केवल जन्म देते हैं, लेकिन अध्यापक उन्हें शिक्षित बनाते हैं, माता पिता तो केवल जीवन प्रदान करते हैं, जबकि अध्यापक उनके लिए बेहतर जीवन को सुनिश्चित करते हैं।”
अरस्तू

“Teachers, who educate children, deserve more honor than parents, who merely gave them birth; for the latter provided mere life, while the former ensure a good life.”
Aristotle

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28 MAR 2023 AT 23:25

“ सोच भले ही नई रखो... और रखना भी चाहिए
लेकिन संस्कार पुराने ही अच्छे है!”

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6 JAN 2023 AT 23:04

हम प्रेम जानते भी हैं?
ये एक चीज़ है जिससे
हम बिलकुल अपरिचित हैं।
Loveless

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30 DEC 2022 AT 14:18

“हर दिन भले पूरा अच्छा न हो, लेकिन हर दिन में कुछ अच्छा अवश्य होता है। ”
“Every day may not be good... but there is something good in every day. ”

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7 OCT 2021 AT 8:48


या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: !!
🙏🙏🙏🚩🚩🚩🌹🌹🌹
"नवरात्रि के पावन पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं"!!🙏🙏

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18 SEP 2021 AT 14:39

"छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए
ये मुनासिब नहीं महत्वाकांक्षी लोगों के लिए"

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4 OCT 2020 AT 23:43

“People see you first, and listen later.”
“आपको लोग देखते पहले, और सुनते बाद में हैं।”

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