Olympics: Gold Medal 🏅🏅🏅🇮🇳🇮🇳🇮🇳
®️नीरज ने धीरज से फेंक दिया भाला आज,
सारी दुनियां को तुझ पै गुमान हो गया।
सोने का पदक जीत लाया भारती का लाल,
भारत का तू ही आन वान शान हो गया।
नीरज ने नीरज सा काम कर दिखा दिया तो,
चारौ ओर तेरा ही सम्मान मान हो गया ।
हाथ मे पकड़ भाला तूने जब फेंका लाला
चहुँ ओर हिंदुस्तान, हिंदुस्तान हो गया।®️
रत्नाकर दत्ता भारद्वाज
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Ek Umar gva di humne .,
Chahat Mai Teri.,
Bade kush Naseeb honge.,
Jo Tuje mufft Mai paa lenge....-
Dedicated To All LAWYERS
उसके हाथों में जो हुनर है,
बखूबी जानता है वो !
अपने पेशे को ईश्वर की,
पूजा मानता है वो !!
न वो हिन्दू देखता है,
न कभी मुसलमान देखता है !
इंसा का साथी है वो,
हर शख्स में बस इंसान देखता है !!
केस कितना भी गंभीर हो,
वो हिचकिचाता नहीं कभी !
मुकद्दमे की पेचीदगी देखकर,
वो सकुचाता नहीं कभी !!
जब भी जाता है वो अदालत,
अपने ईष्ट को याद करता है !
सफल हो जाए मुकद्दमा,
यही प्रार्थना करता है !!
वो जानता नहीं किसी को,
मगर धीरज बंधाता है !
निरंतर कर्म के पथ पर,
वो बढ़ते ही जाता है !!-
During COVID19 Lockdown
मदद का हाथ इंटरनेट से ही बढ़ा लो
किसी को आक्सीजन ,
किसी को दवा की
किसी को बैड की खबर बता दो
यूँ भटक रहें है दर ब दर
यूँ तड़प रहे हैं हर इक सांस पर
सब अपने ही तो हैं
अपनेपन का तुम भी पता बता दो
क्यूँ भाव बड़ गए हैं दवाओं के
क्यूँ रंग बदल गए हैं फिज़ाओ के
क्यों मोल बढ़ गया है कफ़न का
अपने अहन् को आग में जला दो
ये तबाही का मंजर है
यहाँ कौन भला सिकंदर है?
कुर्सी से पटक कर तुझे भी ले जायेगी
मदद का हाथ तुम भी बढ़ा दो
मौका मिला है
किसी की जान बचा लो....
Stay Home Stay Safe-
Mohabbat ko agar SaCh Mai Nibana AA gya hota.,
Fir khud hi Muthi Mai Teri ye.,
Sara Zamana (Ratan) AA gya hota....-
एक साल ऐसा भी -
ना अचारों की खुशबू, ना बर्फ की चुस्की,
ना गन्ने का रस, ना मटके की कुल्फी,
एक साल ऐसा भी..
ना शादियों के कार्ड, ना लिफाफों पर नाम
ना तीये का उठावना,ना दसवें की बैठक
एक साल ऐसा भी..
ना ट्रेन की टिकट, ना बस का किराया
ना फ्लाइट की बुकिंग,ना टेक्सी का भाड़ा
एक साल ऐसा भी..
ना नानी का घर,ना मामा की मस्ती
ना मामी का प्यार, ना नाना का दुलार
एक साल ऐसा भी..
ना पिता का आंगन,ना माँ का स्वाद
ना भाभी की मनुहार,ना भाई का उल्लास
एक साल ऐसा भी..
ना मंदिर की घंटी,ना पूजा की थाल
ना भक्तों की कतार, ना भगवान का प्रसाद
सदा रहेगा इस साल का मलाल,
भगवान करे जीवन में फिर कभी न आये ऐसा साल
रत्नाकर दत्ता (दिल्ली)
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏-
Har baar muje Tang karne ke baad
Mujhse PuCh lete vo.,
bde pyar se
Dil ka haal Mera.,
Ab vo bhi jaan ChuKe thee ki.,
Kitna Assan tha .,
Dil ka Ilaj Mera.......
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गुनाह तो कुछ घिनोने हुए है,कायनात से
वरना गंगाजल के बजाय,मदिरा से हाथ न धोने पड़ते
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किस ज़रूरत के भला पेश ए नज़र खोल दिए,
क़ैद चिड़ियों को रखा ,
ओर बाज़ के पर खोल दिए..!
ऐ ख़ुदा मंदिर ओ मस्जिद में लगाकर ताले,
आज सरकार ने मयखानों के दर खोल दिए..!!✍-
💐💐कभी खुशियों की धूप,
कभी दर्द की छांव,
कभी जीत की आशा,
कभी हार की निरासा,
बस यही है जिन्दगी की
एक छोटी सी परिभाषा ।💐💐
💐❤️💐जय जय श्री बाबा लाल जी 💐❤️💐-