बहुत अकेले होते है दुनियाँ में वो
जो खुद रूठकर, खुद ही मान जाते है।-
क्षत्रिय 🚩
साहब🖤
मारवाड़ी
उनके जन्मदिन का इंतजार कर रहे है
ताकि फिर उनसे बात करने का मौका मिले ।-
हिंदी पट्टी के क्षेत्र में कोई पिता अपने पुत्र को गले नहीं लगता । उनके रिश्ते में एक अजीब सा प्रतिकर्षण हमेशा रहता है।
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