क्या चाहते है हम जिंदगी से,किसकी तलाश है हमे
मिल जाए कुछ ऐसा, की ये ज़िंदकी की तलाश में हम उभर आए
सपनों को पंख लगा कर दिल का ये असमान खुशीसे भर जाए।
दिल भर आता है कभी कभी,कुछ खालीपन सा एहसास होता है
सब है पास मेरे पर ये मन कही भटक रहा है
क्या है वो जो मेरी रूह को सता रहा है, दिल की रंजिश को गहराई में उतार रहा है।
क्या पाना है तुम्हें ,क्या चाह है तुम्हारी
उलझ गए हो किसी सवाल में,खुदसे या खुदासे है शिकायत तुम्हारी
कैसे निकलोगे इस मन के मोहसे ये दुनिया ही तो मायाजाल हमारी
ये दुनिया ही तो है मायाजाल हमारी।
ना कोई रस्ता न कोई आस रुकसी गई है ये जिंदगी हमारी
जिंदा तो हैं पर है कहा जिंदगी,
जिसे जीने के लिए हम तरसे है बारसोसे
ढूंढ रहे हैं ओ किरण जो रोशन कर दे ये रूह हमारी।
- रसिका ननवरे
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बात उलझ के रह गई
यूं बातों बातों में
ना तुम समझ पाएं ना हम
यूंही चलतीं रही रातों में
कहासुनी हुई होगी कभी
सामने ना सही,माफ कर देना खातों से
यूं बात उलझ के रह गई हैं
सुलझा देना उसे खुशीसे
गलतियां होती है गलतिसे
भूल भी जाना तुम हलके से
यूं हाथ नहीं मिलते किसिसे
छुपा देना बातों को प्यारी हसीं से
यूं उलझ के रह गई है
यूं बातों बातों में
ना तुम समझ पाएं ना हम
यूंही चलतीं रही रातों में
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Ek jhalak dekhi uski
Hogaye uske hum diwane
Dil diya to bhi unko
Jis shama se jal gaye parwane
Dekh jise hasi mili othose
Wo te hum mastane
Thodese palke Kya juk gayi
Kahi kho gaye o anjane
Pyar tha hamko unse
Unko tha ya ni o rab Jane
Hum to ashiq the Bas
Unke siwa kahi Dil na mane
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माझ्यात मी नसले तरी तू आहे
तुझ्यात मी नसले तरी माझं प्रेम आहे
तू समजतो की नाही ते माहीत नाही
पण तुझ्याशिवाय मी एक शुन्य आहे-