स्नेह आस्था भक्ति का, होता है संचार।
सावन मास में शिव की, शक्ति ही आधार।।-
🍃põeTry lover✍️
💫हम यूँ ही नही लिखते दस्तान-ए-दिल
अंदाज़ कुछ तो हमारा शायरा... read more
की मेरी आँखों को ग़र,तेरा दीदार हो जाए,
मेरी भव की नैया भी प्रभु तब पार हो जाए।।-
ये तोहमतें,ये रंजिशें,ये बदनामियों का फ़साना,
मोहब्बत की रहगुज़र में,हर हद से है गुज़र जाना।।
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टूटे हैं ख़्वाब मगर,उड़ाने 'उम्मीदों' की अभी ज़िंदा हैं,
फड़फड़ा कर जो हार जाये,इंसान नही वो केवल परिंदा है।
बेशक़ भीड़ में झोंक कर ,कुचल दी ख्वाहिशें ज़माने ने,
मग़र "माँ' की दुआओं में अब भी भरोसा वही ज़िंदा है।।
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ज्ञान,वैभव,शक्ति का रूप है "नारी"
प्रेम,संस्कृति,सभ्यता का स्वरूप है "नारी"।।-
सर्वदा,सर्वत्र तुम,हो ज्ञान का 'परचम'
हृदय में वास तुम,हो संगीत की 'सरगम'
विद्या का पर्याय "माँ",हर पथ पे हो 'अनुगम'
स्नेह,सत्य और करुणा का हो तुम 'संगम'।।
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"दोहा"
सुबह सवेरे भजन से,जो दिन की हो शुरुआत।
कलह-क्लेश संकट मिटे,रोगों का हो नाश।।-
किसी भी रिआया की मति में,ये ख़्याल आया नहीं होता,
अगर मुल्क पे सियासत का,काला साया नहीं होता।।
कई टुकड़ों में बिखरें पड़े है ये,बस नफ़रत फ़ैलाने में
होती अगर लज्जा,तो ये दिन आया नहीं होता।।
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लगती है आग सीने में,जब-जब 'मातृभूमि' पे आँच आती है,
वतन की बात हो तो 'हिंदुस्तान' की सारी आवाम आती है।।-
लिए जान हथेली पे जब सैनिक,सरहदों पे डटा होता है,
'गौरव देश का' "तिरंगा" जाकर तब शान से खड़ा होता है।।
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