शीशा तो था,पर खुद की छवि देखनाही उसे भाता था😊पारदर्शी होना, शीशे सा,भला उसको कब भाता था। - रश्मि सिन्हा
शीशा तो था,पर खुद की छवि देखनाही उसे भाता था😊पारदर्शी होना, शीशे सा,भला उसको कब भाता था।
- रश्मि सिन्हा