बीमार औरत
दुःख है घर का
दीवारों, मसालों दालों के डिब्बों ,
कपड़ों और बर्तनों पर
नमक उतर आता है आँखों का
घर रोता नहीं ज़ार ज़ार, बस दुःख से
पसीज जाता है यहाँ वहाँ,,
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1 AUG 2019 AT 13:01
बीमार औरत
दुःख है घर का
दीवारों, मसालों दालों के डिब्बों ,
कपड़ों और बर्तनों पर
नमक उतर आता है आँखों का
घर रोता नहीं ज़ार ज़ार, बस दुःख से
पसीज जाता है यहाँ वहाँ,,
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