कभी हमारी बात न हो,
कभी तुम मेरे साथ न हो,
कभी गुम हो जाऊं खुद मे,
क्या तब भी तुम इतना ही प्यार करोगे!
कभी दूर हो जाऊं मैं तुमसे,
कभी नजरो में न आऊं तुम्हारे,
कभी कॉल या मैसेज भी न कर पाऊं,
क्या तब भी तुम इतना ही प्यार करोगे.?
"कभी अपने होने का एहसास न दिला पाऊं,
कभी तुम्हे अपने दुख दर्द न बता पाऊं,
न कर पाऊं कभी तुमसे दिल की बात,
क्या तब भी तुम इतना ही प्यार करोगे.?
"कभी तुमसे झगड़ा कर लूं,
कभी हो जाऊं मैं गुस्सा,
कभी बोल दुं ऐसा जो दिल को अच्छा न लगे,
क्या तब भी तुम इतना ही प्यार करोगे..?
©रश्मि आर्य
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