"जो कहना था आंखों से भी कह न सकी,
सुना था इज़हार लड़कियां नहीं करतीं,
दूर हो गई वो एक तरफा मोहब्बत बनकर,
शायद वो भी चुपचाप प्यार निभा रही थी।"-
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वो बस एक बार के लिए ही सही
तुमसे सुनना चाहती हूं,
जो बीत गया;
वो पल तुम्हारे साथ जीना चाहती हूं,
तुम चले गए, पता है मुझे!!
मगर फिर भी तुम्हारे यादों के साथ रहना चाहती हूं।
आज भी मैं तुम्हारे साथ उन सारे पलों को याद करना चाहती हूं!!-
आज फिर एक गुलाब लाई हूं,
याद नहीं कितने गुलाब रख ली हूं,
उसके याद में कितनी बार
उन पंखुड़ियों को तोड़ दी हूं,
कितनी ही बार उसे खोने के डर से पीछे हट गई हूं।
-
सच कहूं तो खुद को खो दी हूं,
नहीं पता कहां हूं, किसके साथ हूं,
बस वक्त बीत रहा है और मैं
हर रोज खुद को तबाह होते हुए देख रही हूं।।-
बस यूं ही भटके जा रही हूं,
सुकून की तलाश में उस
एक कंधे को ढूंढ़ रही हूं,
सर सहलाने वाले उस
एक हाथ को ढूंढ़ रही हूं!-
Just take a look behind you
to see how many people are waiting for you to win,
remember your hard work,
the time you put in day and night
and give yourself a little more time!!
It is really easy to break down,
but it is a little difficult to
handle yourself after breaking down.-
आता है बस इंतजार,
और शुरू होता है कभी न खत्म होने वाला;
जवाबों का सिलसिला!!-
कुछ अलग है; हां तुम से ही,
जो तुम पढ़ना चाहते हो वो नही है शायद,
जिसे तुम सुनना पसंद करोगे वो भी नही है शायद,
अलग है दुनियां में हर किसी से!!-
ना जाने कौन सा ही रिश्ता था उसके साथ मेरा;
जो हर रोज एक नई कहानी लिख रहा था,
हर एक पल के साथ मुझे उस पर भरोसा करना सिखा रहा था,
वो पहली मुलाकात में वो मेरे अजनबी ही थी;
मगर न जाने कब वो अपनी बन गई!!-
जो कुछ खास लोग दिया करते है;
वक्त के साथ साथ जो अक्सर बदल जाया करते है!
दोस्ती की आड़ में,
दोस्त को ही पीछे छोड़ दिया करते हैं!!-