मोहब्बत अधूरी है चलो इसे पूरा किया जाये..
जो तोफा था तुम्हारा चलो उसे वापिस दिया जाये..
मजबूरियों ने तोड़ा रिश्ता हमारा अब क्या किया जाये.
तुम खुश रखना उसको जिसको दिल तुम्हारा दिया जाए..
नफरत ना करना हमसे चाहे इश्क तुम्हारा हमसे ना पूरा किया जाये..
मोहब्बत अधूरी हे चलो किसी और के साथ पूरा किया जाये...-
किसी और की बाहों मे इस कदर सोवोगे तुम...
देखना हमसे बिछड़ उनकी बाहों मे रोवोगे तुम..-
अगली सर्दियों मे तुम इतनी सी दुआ करना..
बैठना मेरे पास अपनी जुल्फों से हवा करना...
इतनी मुद्दतों बाद मोहब्बत मुकम्मल हमारी...
इस बात के लिए रब से शुक्रिया तुम अदा करना...-
ईन दिनों तेरे करीब रहने का मन कर रहा है
आशिक का गुफ़्तगू करने को दिल मचल रहा है
मजबूरियों ने रोक रखा है तुम्हें जानते है हम मगर..
इस त्योहार पर तुम्हारे बिना एक शख़्स पल पल मर रहा है.
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पहन कर मूँदरि तेरी बस उसी को देखता हू
कब करोगे बात हमसे सारा दिन यही सोचता हू.
होते ही समय हमारा मे झट के फोन खोलता हू..
देख कर खाली चैट निराश सा हुआ घूमता हू..-
इस हसीन चेहरे के हम दीवाने हो गए.
ये देखे इस कदर हमे हम परवाने हो गए.
एक इबादत हे तेरे साथ जीने की उम्र भर..
मगर मिले हुए एक अर्सा बीत गया देखे तुझे ज़माने हो गए.-
मे खुदको शायर लिखता था तू शायरी थी मेरी
मे ज़माने मे आशिक कहलाता था तू आशिकी थी मेरी..
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गालियों में था तेरी में कल तक तू ये मत सोचना तुझे छोड़ आया हू..
एक निशानी ली है तुमसे तो दूजी उसी वक़्त मोड़ आया हू..
और क्या लिखू दूर होने का दर्द अब मैं.
मे भी अब किसी इंसान को तड़पता छोड़ आया हू 😭
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शायर तो पहेले भी थे मगर अब तूने निखार दिया.
मोहब्बत मेरी बिखर गई थी पर तूने सवार दिया..
मे तो आया था एक शख़्स से वफा करने..
उस शख़्स ने मेरा सारा वहम निकाल दिया..-
वो रोयेगा या नहीं हमसे बिछड कर ये तो पता नहीं.
इश्क़ करे या ना करे अब उससे कोई खता नहीं..
यूँही टूट कर चाहा लिया एक शख़्स को.
वो झूठा तो है मगर दिल का बुरा नहीं...-