मोहतरमा ,
आपने हमे बोहोत बुरा भला कहा ,
पर आपको अपना समझकर ...
हम सब चुपचाप सुन लीए ।
हमे असली दर्द तब हुआ जब आपने कहा ,
"तुम औरो जैसे ही निकले"-
या मौला ये दुनिया
इतनी पत्थरदिल कैसे हो गइ ????
दिल हलका करने के लिए कीसीको .....
अपनी दास्तान सुनाने जाओ !!!
तो लोग हमारा मजाक बना डालते है।-
किस्मत भी देखो कितनी कमिनी चीज है ।
आज दिवाने खास मे
जशने इश्क का मौसम छाया है ,और
हमारे मोहब्बते हरम मे कयामत का अंचाहा साया है ।-
प्यार तो मुझे खुदसे भी था और ,
तुझसे भी था ।
बस फर्क इतना था की खुदसे थोडा कम और ,
तुझसे थोडा जादा था ।
पर तु मुझे समझ ना पाइ बस इसी बात का गम था ।
है ,और हमेशा रहेगा ।-
आखीर क्यु तुम मुझे इतना दर्द देते हो ,
जब भी मन मे आते हो क्यु रूला देते हो ,
निगाहे बेरुखी हो और तिखे है लफ्ज ।
ये कैसी मोहब्बत है जो तुम मुझसे करते हो
-
चाहे कितनी भी मशुकाओ से
हमारे दिल का हरम भरा हुआ हो ॰॰॰
पर याद रखना ,
दिवाने खास की बेगम की बेगम होने का हक
आपसे कोइ नही छीन सकता ।-
आज एहसास हुआ हमे ॰॰॰
बस खुछ लमहे लगते है
मोहब्बत होने मे ।
पर ऊस खुदा ने
मोहब्बत को कुछ इस तरह बनाया है ॰॰॰
की,
पुरी उमर गुजर जाती है ,
उसे भुलाने मे ।
-
दिल कुर्बान था हमारा ॰॰
उस आफरीन चेहरे की एक झलक पर ।
लेकिन हम शहीद तब हुए ,
जब हमे पता चला कि ,
यह आफरीन चेहरा
कीसी और की आंखो मे अपनी छवि देखता है ।
"R"Book
(Official )
-
एक बार फिर से निकले थे ---------
उस आफरीन चेहरे की तलाश मे
मिला तो जरुर था ॰॰
पर उसने भी कमबख्त
हमारी ही झील का पानी पि रखा था ।
और पचाने मे नाकाम हो रहा था ।
-
आज कुछ ज्यादा नही बोलूंगा ॰॰॰॰॰॰
हमने तो मोहब्बत शिद्दत से की थी ,
और हमेशा करते रहेंगे ।
पर आपको शायद वो पागलपन लगा होगा ।
अगर आपके साथ रहकर आपको तकलीफ होती हो ,
तो पहले ही कह देते ॰॰॰॰॰॰॰।
बस एक ही आखिरी ख्वाहिश है आपसे मोहतरमा
मोहब्बत की है आपसे ॰॰॰॰
बस हमारा वो दिल संभालना ,
नादान है थोड़ा बस्स..........
-