हारा हूं मैं ..!
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लाखों ज़ब... read more
गुमनाम हि, रहने दो मोहब्बत को मेरी,
मुझे, मेरी मशहूरी पे फक्र नहीं,
उसकी बदनामी से डर लगता हैं मुझे ।।-
मैं सुखा पत्ता तेरी साख का,
इक हवा के झोके से टूट कर बिखर जाऊंगा ।।-
छोटे नहीं हैं ए सपने मिरे
चंद तारों से मेरा मन भरता नहीं हैं !!♡!!-
मैंने जीया नहीं ए जिन्दगी तुझे कभी दिल भर के
चंद जिम्मेदारीयो के बोझ तले मै उलझता चला गया ।।-
झोंका हैं खुदको आग में
अब लोहे सा तपना होगा,
मालूम नहीं क्या बनूंगा इस जग में
पर मेरा कल आज से बेहतर जरूर होगा ।।-
मैं अकेला चलते रहा अंधेरों में
मुझे उसके सिवा किसी ने उंगली नही दिखाई ।।
जय भीम 💙-
कट रही हैं ये रात इस आसमां को तकते तकते ।
कोई उस चांद से जाकर कह दो, अपना दीदार कराऐ ।।-
। वो चंद लम्हों में आ कर गुज़र गए ।
।। जिनसे मिलने की तमन्ना जन्मों से थीं ।।-
सुना है, वो हर किसी से मोहब्बत करते हैं।
मैं, उनके हर किसी के लिए इक दीवार बनूंगा !!♡!!-