कुछ दिनों से अजीब सा ही एहसास हो रहा है
जैसे, मैंने जो भी कमाया था
जो कुछ भी बचाया था खुद के लिए
ज्यादा नहीं बस थोड़ा ही था
पर अब वो फिसलता जा रहा है
रेत की तरह हाथों से मेरे
जबकि मैंने मुट्ठी बंद भी नहीं की थी
पर तूफान से मिल कर रेत तो उड़ ही जाता है न
सो ये भी मिट रहा है धीरे धीरे
कुछ दिनों में धुंधला सा होगा
और फिर उसी तूफान के साथ उड़कर
चला जायेगा कहीं और
किसी और सफर पर
और मेरे पास बचेंगी
बस कुछ यादें धुंधली सी ।।-
ranjana surbhi(Piku)
(रंजना...)
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मैं सबका हूं
सभी मेरे हैं
आते हैं सभी यहां
रह जाते हैं कई यहां
सबों का... read more
मैं सबका हूं
सभी मेरे हैं
आते हैं सभी यहां
रह जाते हैं कई यहां
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Joined 8 April 2020
25 APR 2022 AT 2:06
11 JAN 2022 AT 22:54
तुम्हें जरूरत नहीं किसी की, ये महसूस करने के लिए कि तुम खूबसूरत हो। तुम हो, और इसे किसी की स्वीकृति की कोई आवश्यकता नहीं है। चाहे कोई तुम्हारे लिए फूल न लाए, तुम्हें देखकर कोई रूमानी गीत न गुनगुनाए, पर याद रखो कि तुम खूबसूरत हो। खूबसूरती का कोई रंग नहीं, कोई रूप नहीं, कोई परिभाषा नहीं। ये भी बस एक एहसास है प्रेम, दुख, खुशी और बाकी एहसासों की तरह। आवश्यक नहीं कोई प्रेमी/प्रेमिका ये समझाने को, बस इतना याद रहे, तुम नायाब हो, तुम खूबसूरत हो, तुम सम्पूर्ण हो।
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2 NOV 2021 AT 19:12
तेरा हाथ हो
रब का साथ हो
सर्दियों की धूप में
एक ही प्याली चाय हो
लहराती जुल्फों के पर्दे से
प्रिय तेरा दीदार हो
पतझड़ हो, वसंत हो
प्यार बेशुमार हो
गर्मी की रात हो
मद्धम संगीत और बरसात हो
खुले आसमां के तले
चुप्पी में मुलाकात हो
फिर क्या बात हो
जो तेरा साथ हो-