मां के लिए दिन नहीं मां से दिन होता है ।सब कुछ पाकर भी दिल मां के बिन रोता है ।रूठ कर भी हक जताती है मां। कितना प्यार करती है ,यह कभी ना बताती है मां ।ऐसी कोई जगह जहां साथ मां नहीं।मां से ही जन्नत है मां के बिना जहान नहीं। -
मां के लिए दिन नहीं मां से दिन होता है ।सब कुछ पाकर भी दिल मां के बिन रोता है ।रूठ कर भी हक जताती है मां। कितना प्यार करती है ,यह कभी ना बताती है मां ।ऐसी कोई जगह जहां साथ मां नहीं।मां से ही जन्नत है मां के बिना जहान नहीं।
-
तमन्ना तो नहीं है तुम्हें छोड़ जाने की पर क्या करू । साथ रहने भी तो नहीं देती यह बातें जमाने की। -
तमन्ना तो नहीं है तुम्हें छोड़ जाने की पर क्या करू । साथ रहने भी तो नहीं देती यह बातें जमाने की।
जो लोग बातों से अक्सर अच्छाई का पहाड़ बनाते हैं ।वही लोग खंजर से विश्वास की दीवार गिराते हैं। -
जो लोग बातों से अक्सर अच्छाई का पहाड़ बनाते हैं ।वही लोग खंजर से विश्वास की दीवार गिराते हैं।
जिसे हम जिगरी यार माना करते थे उसने तो हमसे यारी तक ना लाई।कोई अहमियत नहीं है दोस्ती की इस दुनिया में यह हमारे अपने दोस्त ने ही बड़े अच्छे से समझाई । -
जिसे हम जिगरी यार माना करते थे उसने तो हमसे यारी तक ना लाई।कोई अहमियत नहीं है दोस्ती की इस दुनिया में यह हमारे अपने दोस्त ने ही बड़े अच्छे से समझाई ।
मेरे रूठ जाने पर कोई मनाने वाला होता ।मेरे रोने पर कोई चुप कराने वाला होता।की तो नहीं है अकेली काश ऐसा कोई बताने वाला होता। -
मेरे रूठ जाने पर कोई मनाने वाला होता ।मेरे रोने पर कोई चुप कराने वाला होता।की तो नहीं है अकेली काश ऐसा कोई बताने वाला होता।
हमारे चाहने से कुछ ना खोना और हमारे चाहने से कुछ पाना होता ।तो आज शायद खुश सारा जमाना होता। -
हमारे चाहने से कुछ ना खोना और हमारे चाहने से कुछ पाना होता ।तो आज शायद खुश सारा जमाना होता।
जो लौट के आ नहीं सकता फिर भी उसका इंतजार है।जिसे चाह कर भी पा नहीं सकते मगर पाने की इच्छा बरकरार है।यह खेल रचा सब रब का है मगर झेल रहा इंसान है। -
जो लौट के आ नहीं सकता फिर भी उसका इंतजार है।जिसे चाह कर भी पा नहीं सकते मगर पाने की इच्छा बरकरार है।यह खेल रचा सब रब का है मगर झेल रहा इंसान है।
दुख को दबाकर सीने में हमने मुस्कुराना सीखा है।वक्त कैसा भी हो खुल कर जिओ जीने का यही सही तरीका है। -
दुख को दबाकर सीने में हमने मुस्कुराना सीखा है।वक्त कैसा भी हो खुल कर जिओ जीने का यही सही तरीका है।
सरफिरा दिल समझता नहीं है हालातों को।हर जगह रखना चाहता है अपने जज्बातों को। -
सरफिरा दिल समझता नहीं है हालातों को।हर जगह रखना चाहता है अपने जज्बातों को।
चेहरे पर हमेशा रहती मुस्कान हैं ।फिर भी इंसान अंदर से परेशान है ।बाहर का शोर सुनाई नहीं देता ।और अंदर का शोर जीने को गवाही नहीं देता। -
चेहरे पर हमेशा रहती मुस्कान हैं ।फिर भी इंसान अंदर से परेशान है ।बाहर का शोर सुनाई नहीं देता ।और अंदर का शोर जीने को गवाही नहीं देता।