कभी-कभी सोचती हूँ,
काश इश्क़ करना भी आसान होता,
जैसे इश्क़ लिख देना किसी काग़ज़ पर —
न कोई उलझन, न कोई दर्द की कहानी,
बस अल्फ़ाज़ में बयाँ हो जाती जवानी ।
काश इश्क़ भी उतना ही आसान होता,
जितना किसी डायरी में उसका नाम लिखना ।
ना दिल टूटते, ना आँसू बहते,
ना रातों की तन्हाइयों में सवाल उठते ।
बस एक पन्ना पलटते, और कहानी बदल जाती,
काश ज़िन्दगी भी शायरी की तरह चल जाती ।...
-
𝕮𝖍𝖊𝖒𝖎𝖈𝖆𝖑 𝖊𝖓𝖌𝖎𝖓𝖊𝖊𝖗⚗️
𝕱𝖗𝖊𝖊 𝖙𝖎𝖒𝖊 𝖕𝖔𝖊𝖙🖋️
मंज़िल की राह
मिल ही जाते हैं रास्ते उन्हें,
जिन्हें अपनी मंज़िल पता होती है।
हर अंधेरे में जलते दीप,
हर मुश्किल भी वफा होती है।
जो चल पड़े हैं यक़ीन लेकर,
हवा भी साथ में चलती है।
पत्थरों में भी खिलते हैं फूल,
जब लगन सच्ची पनपती है।
ठोकरों से ना घबरा ऐ मुसाफिर,
हर गिरावट एक सबक होती है।
जो संभल कर आगे बढ़ते हैं,
उनकी ही कहानी अलग होती है।-
तेरे अल्फ़ाज़ों के आगे,.
मेरी ख़ूबसूरती फ़िकी पड़ गई..
एक तुही सच,...
बाकी दुनिया झूटी पड़ गई |
-
और फिर हुआ यूं कि,
मेरे बाद भी बेवफा, दुनिया भर में,
बस मुझे ही ढूंढता रहा...
-
अनजानी राहों पर,
यूँ कुछ अजनबी मिले,
जैसे सूखी डाल पर ज़िंदगी की,
बिन पत्तों के फिर खूबसूरत फूल खिले।
-
कुछ टुटा है अंदर,
दर्द तो होगा,
वक़्त ही मरहम है,
ये भी गुज़र जाएगा ।
धड़कनों को मत थाम,
आगे बढ़ते रह,
एक़ दिन,
फिर सब सही होग़ा ।
-
उसका मुझे यूं खो न देने का डर,
मुझे उसके और करीब ले जाता है..
जैसे चांदनी रात को और रोशन कर देती है,
वैसे ही ये प्यार... फिर थोड़ा और बढ़ जाता है।
-
कधीतरी अलगद नाण्याची ती बाजुही
डोकावून पाहावी,
बरीच नाती अगदी सुखरूप राहतात!
-
सूर्यास्ता नंतर नभात पसरलेल्या रंगांसारखा...
आयुष्यानंतरहीं ,
....अस्तित्त्वाचा सुगंध मात्र दरवळत रहावा..
-