कृपा की जो ना होती आदत तुम्हारी ।
तो सुनी ही रहती अदालत तुम्हारी ।।
( बिंदु )-
Randheer Kumar
("❤️CHHOTI❤️")
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Joined 7 June 2021
4 APR AT 19:44
24 MAR AT 21:50
बाहर से शांत दिखने के लिये अन्दर से और वक्त के तूफानों बहुत लड़ना पड़ता है
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15 JAN AT 21:18
कलयुग केवल नाम अधारा ।
सुमिर सुमिर नर उतरहि पारा।।
(गोस्वामी तुलसीदास)-
18 SEP 2024 AT 6:43
जैसा हमारा आत्मविश्वास होता है,
वैसी ही हमारी क्षमता होती है।
( विलियम हेज्लिट )
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