Ramsha Sameen (रमशा समीन)   (Ramsha.Sameen)
2.0k Followers · 44 Following

read more
Joined 27 April 2019


read more
Joined 27 April 2019

आवश्यक नहीं ये बढ़ती हुई
धड़कन हमेशा प्रेम का ही प्रतीक हो,
कभी कभी कुछ डर भी
दिल को बेकाबू कर देते हैं।।

-



बहुत दिन बाद...
कभी कभी आप अपने ही वुजूद को तलाश करते हो
कभी कभी आप ख़ुद को बहुत पीछे छोड़ आते हो
आप ढूढ़ते हो उन लम्हों को जो गुज़र गए
आप ढूढ़ते हो उन एहसास को जो बिछड़ गए
हाँ यक़ीनन् मायूसी और नाउम्मीदी करना सही नहीं है
लेकिन आपको एहसास होता है कि आपने ख़ुद को कहीं खो दिया है
आप ऐसे तो नहीं थे जैसे अब साबित हो रहे
लाख कोशिश भी कामयाब नहीं हो पा रही है
जहाँ कदम बढ़ा रहे हो वहीं कुछ गलत हो जाता है
खैर बहुत दिन से ये सब सोच रही हूँ
लेकिन बहुत दिन बाद ये लिख रही हूँ
क्योंकि ये सब लम्बी दास्तां हैं
......
और एक दिन सब थम जायेगा
शायद यही वुजूद अपना बन जायेगा

-



एक पौधा जो हरा- भरा है हाँ उसपर कुछ सूखे और पीले पत्ते ज़रूर हैं पर इन सबके बीच वो फल देने के लिए तैयार है लेकिन उसे उखाड़ कर कहीं और लगा दिया जाता है तो वो एकदम ही मुरझा जाता है
मुरझाने के बाद उसी रूप में आने में लगने वाला समय अत्यधिक कठिन है।
शायद ऐसा ही है एक स्त्री जीवन का नया पड़ाव।।

-



ज़माना सादगी का अक्सर फ़ायदा उठाना जानता है
दूसरो की कमज़ोरी को जीत का पैमाना मानता है

-



कभी कभी आपकी ख़ामोशी इस बात का सुबूत नहीं होती कि आप गलत हो और सामने वाला सही है
बल्कि आप शायद थक जाते हो ख़ुद को साबित करते करते और वाजाहतें देते देते इसलिए ख़ामोशी से ख़ामोशी इख़्तियार कर लेते हो।।

-



चलो ये भी सह लिया कि तुम्हारी मर्ज़ी थी
हमारे दरमियाँ इन फ़ासलो में,
पर कैसे ख़ुद को यक़ीं दिलाऊँ कि दिल
राज़ी था तुम्हारा इन फ़ैसलो में।।

-



ज़रूरी है क्या मुझे हर बार इतना नज़रअंदाज़ करना
मेरी गलती न होने पर भी मेरे आत्मसम्मान को तार- तार करना
आखिर वजह क्या होती है इस तरह के बर्ताव की
इस तरह के दिल तोड़ देने वाले हाव- भाव की।।
ज़रूरी है क्या मेरी हर ख्वाहिश को झट से मार देना
मेरी हर तमन्ना को दरकिनार कर देना
मेरे अंतर्मन की चीख को मामूली सा समझना
और ख़ुद को हमेशा सही साबित करना
हाँ ये ज़रूरी नही कि मै हमेशा सही हूँ
पक्ष अपनी जगह दोनों के होते हैं
और दोनों अपनी अपनी जगह रोते हैं
लेकिन ये ज़रूरी है क्या कि दरमियां आये एक लकीर को न मिटाना
दिल तोड़ देने वाले हज़ार ताने सुनाना
फिर मुँह फेर लेने पर हमे ही गलत ठेहराना
हाँ शायद ये सब ज़रूरी नहीं लेकिन ज़रूरत बना दिया जाता है

-



तुम उसे प्यार करते हो और मैं तुम्हे
कितना आसान सा लगता ये एक तरफ़ा इश्क़

तुम देखते हो उसको और मैं तुम्हें
उस वक़्त दर्द गहरा देता है ये एक तरफ़ा इश्क़

तुम उसकी फ़िक़्र में डूबे रहते हो और मै तुम्हारी
तुम नहीं समझ पाते हो ये एक तरफ़ा इश्क़

तुम ढेरों बाते करते हो उसकी और मै सुनती हूँ खामोशी से
मेरी खामोशी मे छुपा रहता है ये एक तरफ़ा इश्क़

तुम्हारी खुशी के लिए मुस्कुरा देती हूँ और तुम उसकी बातों के ज़िक़्र पर शर्माते हो
मेरे लिए मुश्किल सा हो जाता है छुपाना ये एक तरफ़ा इश्क़

सब जता देते हो अपने एहसास जज़्बात उसके लिए
मैं चाहकर भी बयां नही कर पाती अपना एक तरफ़ा इश्क़

तुम खुदको उसमे देखते हो और वो तुम्हे खुदमे
मै तुम दोनों को देखकर महसूस करती हूँ एक तरफ़ा इश्क़

-



मैं गिरते गिरते कई बार सम्भली हूँ
हर बार तेरी मोहब्बत में उलझी हूँ।
तू समझता है जानता है मेरे जज़्बात
मेरे दिल के हालात कि कब मुझे
एकदम तेरी ज़रूरत होती है
हर उस वक़्त जब तू मुझे सम्भाल लेता है
मेरी रूह को और जिस्म को एक आराम देता है।
मै तुझसे लड़ती हूँ नख़रे करती हूँ लेकिन
तेरी ज़रा सी नाराज़गी से डरती हूँ
कहीं तू मुझसे रूठ जाएगा तो मेरा
दिल एकदम से टूट जाएगा।
हाँ मै भी कभी नाराज़ होती हूँ लेकिन वो सिर्फ
तेरा प्यार पाने का एक तरीका होता है। क्योंकि
तू मुझे एकदम से सम्भाल लेता है
मेरे हर कदम पर मेरी हर उलझन मे मेरा साथ देता है।
जब कमज़ोर पड़ती हूँ तो तू इस ज़मीं पर
वाहिद सहारा होता है
तेरी ही बाहों में सुकूँ महसूस करती हूँ
जब-जब ये दिल रोता है।
मै फिर कैसे फ़िक़्र करूँ किसी भी पल गिरने की या कमज़ोर पड़ने की
जब हमेशा मेरी हिम्मत और ताक़त बनता है तू लड़ने की।

-


Fetching Ramsha Sameen (रमशा समीन) Quotes