हर आदमी आज पत्थर बनकर घिस रहा lआटा की तरह यहाँ वहाँ आज पीस रहा l -
हर आदमी आज पत्थर बनकर घिस रहा lआटा की तरह यहाँ वहाँ आज पीस रहा l
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दूरियाँ नजदीकियां बन जाएगी l जब पतझड़ में फिर बाहर आएगी lगुजार देते हैं पल किसी के इंतजार में l ऐसी रंगत दिखती है वाकई प्यार में l -
दूरियाँ नजदीकियां बन जाएगी l जब पतझड़ में फिर बाहर आएगी lगुजार देते हैं पल किसी के इंतजार में l ऐसी रंगत दिखती है वाकई प्यार में l
आदमी अक्सर अपनी आदत से लाचार होते हैं l जो जिन्दगी के सफ़र में ठहराव आने पर रोते हैं l बदलते काल परिवेश हमें हिचकोले दे जाते हैं lमगर दृढ़ निश्चयी का रास्ता कोई नहीं रोक पाते हैं l -
आदमी अक्सर अपनी आदत से लाचार होते हैं l जो जिन्दगी के सफ़र में ठहराव आने पर रोते हैं l बदलते काल परिवेश हमें हिचकोले दे जाते हैं lमगर दृढ़ निश्चयी का रास्ता कोई नहीं रोक पाते हैं l
जल्दबाजी की इतनी हमने lसजा क्यों भोग ली तुमने ? -
जल्दबाजी की इतनी हमने lसजा क्यों भोग ली तुमने ?
प्रेम का डाकिया जब थैला लाया lदिल के तार को है जोड़ आया lगाँव और शहर का संदेश लाता है lसुख-दुःख मे सदैव वह फैलाता है l -
प्रेम का डाकिया जब थैला लाया lदिल के तार को है जोड़ आया lगाँव और शहर का संदेश लाता है lसुख-दुःख मे सदैव वह फैलाता है l
दिल का आलम दिलदार जाने lकौन कितना लूटा तलबगार जाने l -
दिल का आलम दिलदार जाने lकौन कितना लूटा तलबगार जाने l
तेरी खुशी में तेरा ही गम पिघलता रहे lपहाड़ों से सदा ग्लेशियर निकलता रहे l -
तेरी खुशी में तेरा ही गम पिघलता रहे lपहाड़ों से सदा ग्लेशियर निकलता रहे l
चलो उम्मीदों के सहारे इसी झील के किनारे आशियाँ बना लेते हैं l -
चलो उम्मीदों के सहारे इसी झील के किनारे आशियाँ बना लेते हैं l
नाम पैदा कर अपना lपूरा होगा तेरा सपना lकर्म का बीज बोते रहना lजबतक है धरा पर रहना l -
नाम पैदा कर अपना lपूरा होगा तेरा सपना lकर्म का बीज बोते रहना lजबतक है धरा पर रहना l
झिलमिल सितारों वाली रातें lचोरी छुपी उनसे मुलाकातें l दिल की धड़कन को थामना lबाबजूद अनहोनी का सामना l -
झिलमिल सितारों वाली रातें lचोरी छुपी उनसे मुलाकातें l दिल की धड़कन को थामना lबाबजूद अनहोनी का सामना l