Rami   (Rami)
1.1k Followers · 1.2k Following

read more
Joined 31 May 2019


read more
Joined 31 May 2019
24 SEP AT 8:37

ये सागर की लहरें और गुलाबी सी शाम
कुछ दिलों की ये मुलाकातें अक्सर होती हैं ख़ास

-


23 SEP AT 9:50

प्रेम में सुख और दुःख दोनों समर्पण की निशानी हैं
वहीं जैसे एक मीरा की अनुभूति और एक राधा की निशानी

-


20 SEP AT 11:19

मनका मनका पिरो बनी प्रेम की माला
एक भी मनका छूट गया तो टूटा प्रेम का धागा

-


15 SEP AT 12:17

प्रेम में मिले मन और यादों में बसे घर
कभी मिटते नहीं और अमर हो जाते हैं एहसासों के शहर में

-


10 SEP AT 11:38

तुम जैसे कोई सांझ का सूरज
मैं तुम में ढलती सी कोई शाम

-


9 SEP AT 9:25

ये प्रेम कुछ इत्र सा कुछ विचित्र सा
कुछ मिला रूह में ऐसे जैसे राग कोई इश्क़ सा

-


1 SEP AT 8:38

आइना बन मिलती हैं जैसे तेरी यादें
ख्वाब कोई बिखरा जैसे रात-ए-गम

-


25 AUG AT 8:52

कुछ ना कहो तुम बातों से बातों में क्या रखा हैं
कुछ ये इश्क़ रूह में बसता हैं बस आंखों से सब कहता हैं

-


22 AUG AT 8:47

वो लम्हे कुछ खास से क्योंकि तुम साथ थे
यूं ही बदला कुछ मौसम का मिजाज़ शायद तुम नाराज़ थे

-


6 AUG AT 8:12

जो हमेशा सुलगता रहे कुछ ऐसा ही है ये इश्क़
कभी ख्वाब बनकर तो कभी याद बनकर

-


Fetching Rami Quotes