14 FEB 2019 AT 1:47

पुरुषार्थ = पुरुष+अर्थ = मानव को 'क्या' प्राप्त करने का प्रयत्न करना चाहिए।

मनुष्य के लिये वेदों और शास्त्रो में चार पुरुषार्थों का नाम लिया गया है - धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष...

लेकिन में प्रेम को पांचवा पुरुषार्थ मानता हूँ ..

- @13Dost_RP✍