रोज मन को समझाता हूँ
वो मेरी नहीं हो सकती
जिसको मै चाहता हूँ-
एक मासूम बच्चा भीड़ मै खो गया
देख मै दुनिया सा हो गया
दुनिया जीतने का ख्वाब
सीने मै सो गया
देख मै दुनिया सा हो गया
एक अपनी अलग हस्ती बनाऊगा
कहने वाला 9-5 के चकर मै खो गया
देख मै दुनिया सा हो गया-
मोहब्बत के गुलदस्ते मै फूल खिले है
जब से हम दोनों मिले है
दुनिया खूबसूरत नज़र आती है
जब से तू मुझे चाहती है
और कमाल तो तब हो जाता है
जब तू जान कह कर बुलाती है
ज़िन्दगी आसान लगती है
जब तू समझती है
और फिर मै बेधड़क होकर सो जाता हूँ
जब तेरी गुड नाईट वाली कॉल आती है-
जिस्मो से ज्यादा रूह को चाहता हूँ
इसलिए आज की दुनिया को कम पसंद आता हूँ
खुद को तोड़ कर रिस्ता बचाता हूँ
इसलिए आज की दुनिया को कम पसंद आता हूँ
जिसके साथ लगायी है उसके साथ दिल से निभाता हूँ
इसलिए आज की दुनिया को कम पसंद आता हूँ
आपनो के विश्वास का फायदा नहीं उठाता हूँ
इसलिए आज की दुनिया को कम पसंद आता हूँ
दिखावे से ज्यादा सादगी सेहराता हूँ
इसलिए आज की दुनिया को कम पसंद आता हूँ-
जो रास्ता मै छोड़ना चाह रहा हूँ
रोज उसी पे ले आती है
एक लड़की है जो मुझे
मोहब्बत सिखाती है-
मोहब्बत मोहब्बत कह कर
रोज रुलाते हो
कभी तुम्हारे लिए सबसे कीमती थी
अब फालतू होने का एहसास दिलाते हो-
कभी खुशियाँ गुलाम थी
अब दुख सिहराने रहते है
कभी तुमने हस कर पगला कहा था
और देखो दुनिया वाले
मुझे अब पागल कहते है-
तेरी हर एक दलील मानता हूँ
तू झूठी है ये भी जानता हूँ
फिर भी तेरे क़दमों मे
सर झुकता हूँ
क्यूंकि तुझे खुदा मनाता हूँ-
तेरी बातों मे उसका ज़िक्र होने लगा है
मुझे अब फ़िक्र होने लगा है
रूह काप जाती है मेरी
जब उसका नाम सुनाती है ज़ुबान तेरी-