दिल जानता ही था
कुछ ऐसा हो जाएगा'
बावजूद पथ्थर
काँटों के रास्ते,
नामुमकिन न सोंचा मुमक़िन
युँ मुक़म्मल मैं तुममें,
कभी हो पाउँगा...-
Raman
(Raman yadaw ✍️,)
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Joined 25 November 2018
23 AUG 2024 AT 9:58
20 AUG 2024 AT 8:42
आज फ़िर किसी ने देखा हमें,
मोहब्बत भरी निग़ाहों से...
आज फ़िर हमनें तुम्हारे ख़ातिर,
अपनी नज़रें झुका ली...!!!
{Unknown_Legend...
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18 AUG 2024 AT 15:55
खड़ा हुँ आज भी वहीं,
के तेरा इन्तेज़ार है...
न आयी ग़र तू युँ कहीं,
मैं मिट जाऊँगा सच वहीं...¡-
12 AUG 2024 AT 10:29
चलो ऐसे की तुम शेर हो
और चलो ऐसे कि,
तुम्हें फ़र्क नहीं पड़ता कि,
यहाँ शेर कौन है...
☝️
{Big Brother...
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11 AUG 2024 AT 8:00
मुझे असफ़ल लोगों से डर लगता है
यदि मैं सफ़ल नहीं हुआ तो,
असफ़ल लोगों में गिना जाऊंगा।
यह डर मुझे दिन-बे-दिन,
ज़िद्दी और ग़ुस्सैल बनाता जा रहा है...
{Unknown_Legend...
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