Rakshita Shah   (Rakshita)
37 Followers · 4 Following

read more
Joined 30 January 2019


read more
Joined 30 January 2019
14 JAN 2022 AT 0:37

वक्त के फासले तय करता रहा
कभी धीरे तो कभी तेज,
चलता रहा मैं,
मुश्किलों भरे रास्ते कुछ धीमे थे
खुशियों भरा फासला जल्द बीत गया
कुछ लोग कमाए और कुछ गवाए
कभी खुशियां थी ,
कभी सिर्फ होटों पर मुस्कान लिए,
कहीं रास्ते खराब ,
तो कहीं थी वो सड़क साफ
कभी रुका नहीं
बस वक्त के फासले तय करता रहा मैं

-


8 DEC 2021 AT 12:11

Paid Content

-


25 NOV 2021 AT 1:05

वो उसके खत की खुश्बू में ऐसा घुल सा गया मैं
उसकी यादें आज भी उस सूखे गुलाब में ताज़ी हैं

-


30 OCT 2021 AT 0:54

नूर उसकी आंखो में था,
और वो मेरी तारीफें करता रहा
मैं तो बस एक आईना हूं,
वो खुद ही को निहारता रहा

-


30 OCT 2021 AT 0:47

तुझे पढ़ के किसे बताऊं मैं,
तुझे तो दुनिया से छिपाऊं मैं
और तुझे पढ़ के तुझे ही क्या बताऊं मैं
तुझे तूझसे चुराऊं और खुद में बसाऊं मैं

-


29 OCT 2021 AT 23:54

हजारों लोगों से मुलाकात में,
मेरा तुमसे मिलना एक एहसास है
जैसे इश्क़ का कोई साज़ है,
बस मेरी खुशी का यही राज़ है

-


21 OCT 2021 AT 0:21

जो मांगू मैं तुझसे तेरा वक्त,
तो मेरा वक्त भी तुझे दूं मैं
तूने जो दिया वक्त मुझे,
मैंने जो दिया वक्त तुझे
तो फिर साथ बिताया ये जो वक्त हमने
तभी घट गया ये वक्त
हमारे मिलने पर ये वक्त बड़ा ही जलता,
ना जाने ये इतनी जल्दी कैसे निकलता
मैं तुझपे अपना सब कुछ वार दूं,
लेकिन इस दुनिया से तुझे कैसे बांट लूं

-


17 OCT 2021 AT 23:08

मेरी तन्हाइयों पर मरहम है ये इश्क़,
मेरी बेचैनियों का घाव है ये इश्क़
आशिक़ कहते है आशिकों में नाकाम है ये इश्क़,
ना खुशी है न गम अलग सा बर्बाद है ये इश्क़...

-


16 OCT 2021 AT 18:18

तेरी हंसी में झलकता मेरा प्यार देखूं मैं,
तेरी आंखों में मेरा खुमार देखूं मैं,
तेरे मन में खुद को जब निहारू,
तो मेरा सारा संसार देखूं मैं...

-


8 OCT 2021 AT 1:20

तुझे इतना सोच लिया,
की तुझे लिख ना पाऊं मैं
जो लिखूं तुझे मैं,
फिर तुझ में खो जाऊं मैं
और ऐसे ही मेरी कलम के साथ दगा कर,
कुछ लिख ना पाऊं मैं

-


Fetching Rakshita Shah Quotes