मैं लिखूं जो कभी तुझपे शब्द अपनेतुम मेरे जज्बातों की किताब हो जाना, मैं लिखूं जो नशा इश्क का कभी तुम मेरी चाहतों की शराब हो जाना l -
मैं लिखूं जो कभी तुझपे शब्द अपनेतुम मेरे जज्बातों की किताब हो जाना, मैं लिखूं जो नशा इश्क का कभी तुम मेरी चाहतों की शराब हो जाना l
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मैं तेरी मोहब्बत पे एक पूरी कहानी लिख दूँ मैं तुझको दरिया और खुद को पानी लिख दूँतू चाहे तो लिख दूँ नाम तेरा आसमाँ पेमैं जो हुस्न लिखूँ तो तेरी जवानी लिख दूँ -
मैं तेरी मोहब्बत पे एक पूरी कहानी लिख दूँ मैं तुझको दरिया और खुद को पानी लिख दूँतू चाहे तो लिख दूँ नाम तेरा आसमाँ पेमैं जो हुस्न लिखूँ तो तेरी जवानी लिख दूँ
कितना कांपे होंगे हाथ मेरे उसका खत जलाते हुए कितना टूटा होऊँगा मैं तुम्हें ये सब बताते हुए -
कितना कांपे होंगे हाथ मेरे उसका खत जलाते हुए कितना टूटा होऊँगा मैं तुम्हें ये सब बताते हुए
कुछ तो रहा होगा कर्मों का असर मुझ पेयूँ ही तो खुदा इश्क से दूर नहीं करतालिखा होगा उसने भी हिसाब करनी का यूँ ही तो कोई किसी को मजबूर नहीं करता -
कुछ तो रहा होगा कर्मों का असर मुझ पेयूँ ही तो खुदा इश्क से दूर नहीं करतालिखा होगा उसने भी हिसाब करनी का यूँ ही तो कोई किसी को मजबूर नहीं करता
मेरी मोहब्बत को कोई अन्जाम ना मिलामेरे साकी को मेरा अधूरा जाम ना मिलामुखातिब तो हुआ था इश्क़ से एक रोज़ मगर मेरी मोहब्बत को मेरा नाम ना मिला -
मेरी मोहब्बत को कोई अन्जाम ना मिलामेरे साकी को मेरा अधूरा जाम ना मिलामुखातिब तो हुआ था इश्क़ से एक रोज़ मगर मेरी मोहब्बत को मेरा नाम ना मिला
सर्द रातें, तन्हा सफर, धुंधली यादें और मैं मज़बूर सा मैं अकेला, अनचाही मुस्कान और अंदर से चूर चूर सा -
सर्द रातें, तन्हा सफर, धुंधली यादें और मैं मज़बूर सा मैं अकेला, अनचाही मुस्कान और अंदर से चूर चूर सा
पुकारा तो था इश्क मे किसी ने मुझकोमुझे अपने ही शोर मे आवाज ना आईआज चेहरे पे नासूर सी हँसी हैकुछ टूटा तो है सीने मे पर आवाज ना आई -
पुकारा तो था इश्क मे किसी ने मुझकोमुझे अपने ही शोर मे आवाज ना आईआज चेहरे पे नासूर सी हँसी हैकुछ टूटा तो है सीने मे पर आवाज ना आई
अब रही नही मेरे इश्क की कहानी रफीकहमने मोहब्बत की किताबों को राख कर दिया -
अब रही नही मेरे इश्क की कहानी रफीकहमने मोहब्बत की किताबों को राख कर दिया
हुई मुकम्मल चाहतें सारीबस एक आरजू रह गईहर शख्स मिला मेरी चाहत काबस एक तू रह गई -
हुई मुकम्मल चाहतें सारीबस एक आरजू रह गईहर शख्स मिला मेरी चाहत काबस एक तू रह गई
आज फिर हम दो दोस्तों ने महफ़िल जमाईएक मैं था और मेरे साथ मेरी तन्हाई -
आज फिर हम दो दोस्तों ने महफ़िल जमाईएक मैं था और मेरे साथ मेरी तन्हाई