अना है इज्जत है सम्मान है विश्वाश है भरोसा है स्वाभिमान है इलाज है हल है समाधान है गर्भ है सांस है जन्म का प्रमाण है जज़्वा है हिम्मत है शक्तिवान है अस्तित्व है सामर्थ्य है सकल जहन है रौनक है शोभा है शान है करुणा है ममता है दयावान है सोच है समझ है भान है जागृति है चेतना है आह्वान है समर्पण है त्याग है महान है रचना है सृजन है शांति का विधान है तब तक जब तक सामने वाला इंसान वास्तव में इंसान है
कर पाओगे ये शान ओ शौकत ,सत्ता,ये ज़मीने क्या साथ अपने लेकर जा पाओगे युद्ध लाता है सिर्फ तबाही हर तरफ इतिहास उठा के देखोगे तो समझ जाओगे लगा रहे हो ये जो नफरतों की आग एक दिन तुम खुद भी इसी में झुलस जाओगे