Rakesh Sahu   (R.k.s...)
1.3k Followers · 5.1k Following

read more
Joined 28 January 2018


read more
Joined 28 January 2018
28 FEB 2022 AT 22:09

Paid Content

-


10 DEC 2021 AT 1:50

एक मर्यादा समुन्दर का जिसकी लहरें किनारों पर आ कर भी लौट जाती है और हमे खुशियां दे जाती हैं..
और एक मर्यादा पिंजरों का जो किसी के आज़ादी कि खुशियां ही छीन लेती है

-


22 NOV 2021 AT 23:37

शिकायत उनकी की हम याद नहीं करते,
कई-कई दिनों तक फोन पर बात नहीं करते;
कैसे कहे कि हम जो भी करते हैं बे-हिसाब के करते है
हम जो भी करते हैं बेहिसाब करते है

-


21 NOV 2021 AT 0:54

तुम ना मुझे मेरी हद बताओ
मुझे तो ऊंची उड़ानों का सौंक है
पल भर में झपक लेंगे सारा का सारा आसमान
बस पंखों को फैलने भर की देर है

-


21 NOV 2021 AT 0:53

ये ज़िन्दगी तुमसे ज्यादा ठहराव तो घड़ी के कांटों में होती है
कम से कम पल भर रुकती तो है।

-


21 NOV 2021 AT 0:53

अब तो खुशियां जाहिर करने से डर लगता है
डर लगता है कि मेरी नजर ना लग जाए।

-


21 NOV 2021 AT 0:52

पल दो पल के लिए आना है तो मत आना
एक बार आ कर कभी ना जाने के लिए आना
और अपने साथ खुशियों का अक्षय पात्र जरूर लाना
Dear ज़िन्दगी ।।

-


20 NOV 2021 AT 21:34

अरमानों का समुन्दर है और कल्पनाओं की कश्ती
जिसका मुसाफिर तो मै और पतवार.. आपके प्यार और विश्वास की शक्ति

-


18 NOV 2021 AT 23:35

चलते चलते मै खो जाता हूं
बोलते बोलते मै भूल जाता हूं
नवंबर का महीना है ठंड बहुत है
कम्बल लपेट कर मै झट से सो जाता हूं

-


18 NOV 2021 AT 11:36

मुझसे कभी तुम रास्ता मत पूछना,
क्युकी मेरी सारी राहे तुम तक जाती है..
और ना कभी मुझे राह बताना,
बस.. तुम उन पर चल कर मेरे पास आ जाना..

-


Fetching Rakesh Sahu Quotes