बहुत खयाल रखती भी मेरे पसंद नापसंद का ।हँसी मजाक पसन्द था मुझे ,और एक रोज मेरे साथ मजाक कर गई । — % & -
बहुत खयाल रखती भी मेरे पसंद नापसंद का ।हँसी मजाक पसन्द था मुझे ,और एक रोज मेरे साथ मजाक कर गई । — % &
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न जाने कितने कागज के टुकड़े धरे रह गए,तेरा बिछड़ना मेरी लेखनी की स्याही ले गई।— % & -
न जाने कितने कागज के टुकड़े धरे रह गए,तेरा बिछड़ना मेरी लेखनी की स्याही ले गई।— % &
अफवाह थी मेरी आशिकी काऔर वो मुसलसल डर में है।खबर थी उसके शहर आने की और वो काफी दिन से घर में है। -
अफवाह थी मेरी आशिकी काऔर वो मुसलसल डर में है।खबर थी उसके शहर आने की और वो काफी दिन से घर में है।
चाय का कप...हाँ वही दोनों कप....जिसमें हम दोनों खो जाते थे मेरा कम तुम्हारा ज्यादा ....इस पर भी लड़ाई हो जाते थे ।आज जब मैं एक में चाय उठायामानों दूजे की आंखों में आंसू भर आया ।मुझसे ज्यादा शायद...इस कप को तुम्हारी कमी खल रही है । - राकेश -
चाय का कप...हाँ वही दोनों कप....जिसमें हम दोनों खो जाते थे मेरा कम तुम्हारा ज्यादा ....इस पर भी लड़ाई हो जाते थे ।आज जब मैं एक में चाय उठायामानों दूजे की आंखों में आंसू भर आया ।मुझसे ज्यादा शायद...इस कप को तुम्हारी कमी खल रही है । - राकेश
फट गई खत , टूट गए तोहफे ....मम्मी संग सोना परता है।किसने बोला था छोटी बहन से लड़ने। -
फट गई खत , टूट गए तोहफे ....मम्मी संग सोना परता है।किसने बोला था छोटी बहन से लड़ने।
दरिया पार उतरने वाले को लहरों से किनारा न किया जाए ।बर्बाद करने के और भी कई तरीके हैंसिर्फ मुहब्बत का ही सहारा न लिया जाए। -
दरिया पार उतरने वाले को लहरों से किनारा न किया जाए ।बर्बाद करने के और भी कई तरीके हैंसिर्फ मुहब्बत का ही सहारा न लिया जाए।
शहर बसा घोसला उजड़ा ... 🐦परिन्दा बारिश में भीगता रहा । 🌧️लोग कहने लगे मैं सुधरने लगा हूँ....😏बाहरी खामोशी संग मैं अंदर से चीखता रहा ।🥺 -
शहर बसा घोसला उजड़ा ... 🐦परिन्दा बारिश में भीगता रहा । 🌧️लोग कहने लगे मैं सुधरने लगा हूँ....😏बाहरी खामोशी संग मैं अंदर से चीखता रहा ।🥺
कोई दोस्त तुम्हें भाभी बोलने से मना कर दे और मैं उससे लड़ने लग जाऊं ,बस इतनी सी मुहब्बत है तुमसे । -
कोई दोस्त तुम्हें भाभी बोलने से मना कर दे और मैं उससे लड़ने लग जाऊं ,बस इतनी सी मुहब्बत है तुमसे ।