मत पूछ मुझसे मेरे जागने की वजह ऐ चांद,कोई तेरा ही हमशक्ल है जो सोने नहीं देता... -
मत पूछ मुझसे मेरे जागने की वजह ऐ चांद,कोई तेरा ही हमशक्ल है जो सोने नहीं देता...
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कैद में गुजरेगी जो उम्र वो बड़े काम की थी,पर मैं और क्या ही करता,ये जंजीर तेरे नाम की थी... -
कैद में गुजरेगी जो उम्र वो बड़े काम की थी,पर मैं और क्या ही करता,ये जंजीर तेरे नाम की थी...
मांगा उसने जो एक सितारा,हमने जमीन पर चांद बुलाया... -
मांगा उसने जो एक सितारा,हमने जमीन पर चांद बुलाया...
क्या हसीन इत्तेफाक था तेरे शहर में आने का,किसी काम से आए थे,किसी काम के नहीं रहे... -
क्या हसीन इत्तेफाक था तेरे शहर में आने का,किसी काम से आए थे,किसी काम के नहीं रहे...
चेहरा देख कर नहीं जान पाओगे हकीकत मेरी,कहीं पत्थर, कहीं मोती, तो कहीं आईना हूं मैं... -
चेहरा देख कर नहीं जान पाओगे हकीकत मेरी,कहीं पत्थर, कहीं मोती, तो कहीं आईना हूं मैं...
कोई दूर रहते क़रीब है आज,शायद इश्क़ की लत लग गई है हमको... -
कोई दूर रहते क़रीब है आज,शायद इश्क़ की लत लग गई है हमको...
याददाश्त का कमजोर होना,उतनी भी बुरी बात नहीं,बड़े बेचैन रहते हैं वो लोग,जिन्हे हर बात याद रहती है... -
याददाश्त का कमजोर होना,उतनी भी बुरी बात नहीं,बड़े बेचैन रहते हैं वो लोग,जिन्हे हर बात याद रहती है...
मेरे हक़ में होता तो सोचता भी कुछ,सुना है दुनियाँ में कुछ चीज़ें मुक़म्मल नहीं होती... -
मेरे हक़ में होता तो सोचता भी कुछ,सुना है दुनियाँ में कुछ चीज़ें मुक़म्मल नहीं होती...
हर कोई बाँट रहा है,सफल होनें का राज़ यहाँ..पर कोई बता नहीं रहा,हारनें के बाद सम्भलना कैसे है... -
हर कोई बाँट रहा है,सफल होनें का राज़ यहाँ..पर कोई बता नहीं रहा,हारनें के बाद सम्भलना कैसे है...
शहर बसाकर अब सुकून के लिए गांव ढूंढते हैं,बड़े अजीब हैं हम लोग,हाथ में कुल्हाड़ी लिए छांव ढूंढते हैं... -
शहर बसाकर अब सुकून के लिए गांव ढूंढते हैं,बड़े अजीब हैं हम लोग,हाथ में कुल्हाड़ी लिए छांव ढूंढते हैं...