5 AUG 2018 AT 17:26

मित्रता दिवस पर दोहे

मित्र वही तो मित्र है, जैसे छाया पेड़
आज हजारों मित्र हैं, जैसे ताड़ उजेड़

मित्र वही दिल में बसा, जिसके दिल में प्रेम
स्वारथ कोसों दूर है, पूछे कुशला छेम

मित्र हजारों बन गए, कोसों सब ही दूर
राग- तराने हैं अलग, प्यार हुआ अमचूर
डॉ राकेश चक्र

- Dr. Rakesh Chakra