🙏🌹गंगा दशहरा एवं विश्व पर्यावरण दिवस की आपको हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ🙏🌹डॉ राकेश चक्र
-
वंदेमातरम
चूर-चूर मद पाक का, रोया खूब मसूद।
सब्र करो थोड़ा अभी, करें नेस्तनाबूद।।
डॉ राकेश चक्र-
सुप्रभात
जिंदगी प्यार का समुंदर है।
जो बाहर है वही अंदर है।
खोजना रहा उसे जो मुझे खोज रहा
देह में आत्मा ही मंदिर है।।
डॉ राकेश चक्र-
सुप्रभात
अपनी गलती मानने के लिए साहसी होना पड़ता है और कुतर्क करने के लिए असभ्य और अशिष्ट।
डॉ राकेश चक्र-
पिंजरे में कैद से पक्षी भी
बेजान हो जाते हैं।
तुम तो आदमी हो थोड़ा छत
पर भी टहला करो।
डॉ राकेश चक्र-
सुप्रभात
मालिक तेरी है रजा
अनगिन करता काम।
बिना भजन कब मिल रहे
कृष्ण और श्रीराम।।
डॉ राकेश चक्र-
🌹🙏सुप्रभात आपका मंगल हो 🌹🙏
विनम्रता ऐसा आभूषण है , जिससे कपटी , द्वेषी , शत्रुवत व्यवहार रखने वाले का हृदय जीता जा सकता है - राकेश चक्र-
🌹🙏आपका मंगल हो🌹🙏
कट्टरता कैंसर है , चाहे वह किसी व्यक्ति विशेष में हो या धर्म में। राष्ट्र से बढ़कर कुछ भी नहीं - डॉ राकेश चक्र-
कुछ लोग संदेश अच्छे फॉरवर्ड करते हैं लेकिन वे उन पर अमल कभी नहीं करते। कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर। धन्य हैं ऐसी पुण्य आत्माएँ।
-
हिंदी - हिंदी भारत हो तुम
है समृद्ध रचना संसार।
वंदन , अभिनंदन है तेरा
करें प्यार और सत्कार।।
🌹🙏राकेश चक्र की हिंदी दिवस पर अनंत हार्दिक शुभकामनाएं🌹🙏-