ये कौन चित्रकार है,
जो रंगता है इन फूलों को,
बड़े क़रीने से,
और भर देता है खुशबू इनमें।
क्षणिक जीवन है,
पर असीमित उमंग से ओतप्रोत,
खिले हुए चेहरों-से,
करते हैं आह्लादित मानव मन को।
रंग बिरंगे फूलों की दुनिया,
अनमोल भेंट है इस मानव जीवन को।- राकेश अग्रवाल "साफ़िर"
31 JAN 2019 AT 9:07