21 MAY 2019 AT 15:55

धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय ।
माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए फल होय ॥
--कबीर



- राकेश अग्रवाल "साफ़िर"