गर रहो आँख मे ; दुसरे के तो
उस काजल की तरह, जिससे खुबसुरती उसकी बढती रहै और तारिफ तुम्हारी होती रहे-
जेव्हा भेटीची ओढ़ लागेल तुला,
मी भेटेन तुझ्या हृदयाच्या प्रत्येक ठोक्याला...-
घाट घाट पर जमघट कर रहे हैं पिंडदान।
जीते जी ना खिलाया कभी सुखी रोटी,
आज बांट रहे पांच पकवान।
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जिवनात प्रत्येक गोष्टी कडे सजगतेने पहा
नक्कीच दुखः व सुखमार्ग यातील फरक जाणवेल-
कोई भी इंसान बुरा नहीं होता,
और कोई भी इंसान अच्छा नहीं होता।
जिस की बुराई बढ़ने लगती है,
वह इंसान बुरा लगने लगता है।
और
जिस इंसान की अच्छाई बढ़ने लगती है,
वह इंसान अच्छा लगने लगता है-
लाख कमालों जिवनमे तुम सोने की अशर्फियां ये काम ना आयेगी।
करो किसी गरीब की मदद तो उसकी आह तुम्हें बुरे समय में बचायेगी ।-
तुम्हारी चाहत का अंदाज तुम्हारे ताकने से ही पता चल गया। इश्क था तो वक्त रहते बता क्यों नहीं दिया, यह दिल तेरी बेकरारी में कम-से-कम सुपुर्द-ए-खाक में बेचैन तो नहीं होता
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जानवर को लगे चोट तो, वो बात करते है इंसानियतकी और जो होता हो जुल्म इंसान पे तब ..........
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"गुरुर किस बात का है यह बंदे"
कामयाबी का शिखर गर तुझे पाना है तो, विनम्रता से सर झुका कर तुझे उसे चढ़ना होगा।-