पत्नी और पति का
यह रिश्ता बड़ा ही है निराला,
एक को है किसी ने तो
दूजे को किसी और ने है पाला,
फिर भी दोनों संग है रहते
संग हँसते हैं संग दुःख सहते,
दुनिया में यह दस्तूर
है किस ने है निकाला
पत्नी और पति का
यह रिश्ता बड़ा ही है निराला,
रिश्ता है यह सब से ऊपर
सब रिश्ते में यह है सुपर
पति बिन पत्नी नहीं पाती,
जीवनसाथी की जुदाई सह नहीं पाती,
पत्नी बिन भी पति सुख से न रहता,
सुख दुःख उस के संग है वह सहता,
रिश्ता उनका चले ताउम्र मेरे रब,
जिसने भी इसे बड़े प्रेम से संभाला,
पत्नी और पति का
यह रिश्ता बड़ा ही है निराला।।
#CR-
किसी और का हाँथ कैसे थाम लूँ,
वो तन्हा मिल गया तो क्या ज़वाब दूंगा!!-
अरे..! नया साल तो हम भी मनाते,
यदि आज के दिन तुम होती मेरे साथ,
साल के आने जाने से क्या फायदा,
यदि आज भी न हो तुमसे मुलाकात,
नववर्ष आते थे, आते हैं, आते ही रहेंगे,
लोग भी आते थे, आते हैं, आते ही रहेंगे,
मुझे बेसब्री से,इंतजार तो उस साल का है,
जब होगा मेरे हांथों में, सिर्फ तेरा हाँथ।-
इस वीरां दुनिया में अद्वितीय कारवां है वो,
किसी की बहन, तो किसी की जाँ है वो,
स्त्री के रूप में साक्षात देवी ही नहीं बल्कि
किसी की बेटी,तो किसी की माँ है वो!-
लिपटकर तुमसे मेरी जाँ,
जी भर के रोना चाहता हूँ
तुम्हारे हर दर्द-ए-गम के निशां,
को मैं धोना चाहता हूँ,
मेरे जीवन में अर्द्धागिनी बनके,
प्रेम बरसादो हमारी राह में,
अब मैं उम्र भर के लिए मेरी जाँ,
तुम्हारा होना चाहता हूँ।-
दिल बेचैन जब होता,
खुद को ऐसे समझाता हूँ
तुमसे,आंखें चार करने को
मैं चश्मा लगाता हूँ।-
तुम्हें मालूम है, मेरी सी.आर.
मुझे है सिर्फ तुमसे प्यार,
सुबूत देने से प्यार कमजोर होता है,
अपनों से भी,भला कोई दूर होता है,
दूरियां तो हैं,मगर दीदार की,
क्या फर्क पड़ता,दिल में हैं CR जी
...संजय वर्मा शाहजहाँपुर-
वो मृत है अंदर से अभी,
जल्द जिंदा भी होंगे,
अभी नजरअंदाज ही सही,
जल्द चुनिंदा भी होंगे,
मैं हर पल उनको
उसी शिद्दत से चाहता रहूंगा,
निश्चित ही माफ करके वो एक दिन,
अपनी गलती पे शर्मिंदा भी होंगे!-
चलो फिर आज रो लेते हैं,
आंखों को आंसुओं से धो लेते हैं,
याद करूँगा उसे तो घुटना पड़ेगा मुझे,
कोई न,आज फिर रो-रोकर सो लेते हैं...-