मेरी ज़िंदगी का हसीन हिस्सा बनोगे?
मेरे किताब में रखा एक फूल बनोगे?
कुछ पन्नों का सही,
कुछ लम्हो का सही,
मेरी तस्सवूर का एक हसीन ख़्वाब बनोगे?-
जो देखती हूँ तुम्हें,
मैं एक नज़र भर कर,
तो अक़्सर सोचती हूँ,
ये शक़्ल भले हो अनजानी ,
पर क्या मैं इस रूह को जानती हूँ?
होती हैं कभी ये ख्वाईश भी,
के तुमको मैं कुछ पढ़ लुँ।
और फिर दिल ये कहता हैं,
के तुम्हें इसरार ही रहने दूँ।
जो देखु तुम्हें नज़र भर कर,
तो मैं ये अक़्सर सोचती हूँ,
क्या मैं इस रूह को जानती हूँ?
-
न जाने कौनसी ख्वाइश अधूरी है ,
जो ये चाँद रोज़ चला आता ।
न जाने किस हसरत में ,
यह अधूरा ही रह जाता है ।
ना ही हवाओं से गुफ़्तगू है ,
न सितारों से कुछ कहता है ,
न जाने किसकी बाट में ,
यूँ ही गुम हो जाता है ।-
कुछ तोल लूँ मैं,
कुछ तुम न गिनना ।
दिन की गिनतियों में,
मैं साँस भुल जाऊँगा।
और तुम कुछ पल हार लेना ।
थोड़ा सा अदा करूँ मैं ,
थोड़ा भुगतान तुम करना ।
शाख़ें मेरी तुम छूना,
तेरी टहनियाँ मैं न देखु ।
कुछ फूल तुम्हारे होंगे ,
कुछ ख़ुशबू मैं लाऊँगा।
जो मेहेकेगी गालियाँ तो,
थोड़ा मुस्कुराउंगा मैं ,
कुछ तुम भी हँस लेना।
-
तुम कुछ कदम चलना तो सीखो ,
अंजाम का कोई पता नहीं ,
लेकिन तुम आगाज़ तो करो ।
सफरनामे लिखने की ख़्वाइश
तो हर कोई करता है ।
तुम सफ़र पर चलने की ,
थोड़ी हिम्मत तो रखो ।-
People aren't hurt by the fact that they were tricked by you .
They are hurt because they were foolish enough to have faith in you.-
ये दिन तो चला जाता है ,
लेकिन रात अकेली सोती है ।
किसी याद के सायें में , रे मनवा,
अंगड़ाई कही खोती है ।
न तस्सवूर का आलम है ,
न तस्वीरों से दोस्ती है ।
हम तो खुश है लेकिन ,
ये दिल भी हमारा बाघी है ।
-
What do you do when someone slips away from your life slowly?
-
And watch that anger walk away like a simple man who has no power over you
-