वो सपने जो टूटकर बिखर गए कांच के टुकड़ों की तरहमेरे दिल में चुभा करते हैं रात दिन किसी कांटे की तरह -
वो सपने जो टूटकर बिखर गए कांच के टुकड़ों की तरहमेरे दिल में चुभा करते हैं रात दिन किसी कांटे की तरह
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