उम्मीद के आसमां में कभी आस का सूरज न डूबने पाए
निराशा की बदली छाए भी तो कुछ देर में दूर निकल जाए
अंधेरे को कभी दिल के उपवन में मेहमान न बनने देना
जिंदगी की शमां कभी निराशा की आंधी से न बुझने पाए
जब तक सांस है सपनों की बगिया को हरा भरा रखना
न जाने कौनसी घड़ी खुशियों की सौगात लिए चली आए
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5 JUL 2021 AT 22:28