28 SEP 2020 AT 17:35

तुम्हारी बेरुखी ने मेरे दिल को इस कदर तोड़ा है
तड़प कर रह गया हूँ मैं कहीं का भी न छोड़ा है
न करो यूँ सितम मुझ पर मैं ऐसे जी न पाऊँगा
मंजिल आने के पहले ही साथ तुम ने छोड़ा है
टूटकर न बिखर जाऊँ डर मुझको अब लगता है
जिस तरह रखकर अंधेरे में मेरा विश्वास तोड़ा है

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