तुम क्या जानो ये तन्हाई हमें कितना सताती हैरहते हो दूर जब भी तुम नींद भी न हमको आती हैखोए रहते हैं हम दिन रात तुम्हारे ही ख्यालों मेंसच कहते हैं जिंदगी तब हमे न रास आती है -
तुम क्या जानो ये तन्हाई हमें कितना सताती हैरहते हो दूर जब भी तुम नींद भी न हमको आती हैखोए रहते हैं हम दिन रात तुम्हारे ही ख्यालों मेंसच कहते हैं जिंदगी तब हमे न रास आती है
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