थक गए हैं कदम सफर में चलते हुए
फूलने लगी है सांस राहों से गुजरते हुए
दिल नही करता कदम आगे बढ़ाने को
दूर का सफर है चल रहे डगमगाते हुए
लगता है टूट कर बिखर न जाएं कहीं
हर कदम बढ़ाते हैं आगे संभलते हुए
देखते थे कभी ख्वाब बड़ी उमंग के साथ
छोड़ दिया अब सबको राह में भटकते हुए
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23 MAY 2020 AT 13:32