हे प्रभु कहाँ हो इस देश को बचा लो
मानवता कराह रही इसे पुचकार लो
कोई नहीं सहारा बस तुम्हारी आस है
देश को विपदा के संकट से उबार लो
बड़े प्रयास से देश ने ख़ुद को संवारा है
मुसीबत की इस घड़ी से इसे निकाल लो
हम उठ न पाएंगे प्रभु गिर गए इस तरह
टूटे न हमारी आस हमें इतना विश्वास दो
गरीब और मजदूर बेवजह मिट जाएंगे
प्रभु इन सब की जिंदगी को संवार दो
बड़ी मुश्किल से मुल्क ने सीखा है चलना
हम गिर न पड़े प्रभु हमें जल्दी संभाल लो
हर इंसान बेचैन है मन उसका उदास है
साहस से मुकाबला करें हमें उत्साह दो
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11 APR 2020 AT 21:15