20 MAY 2018 AT 10:34

हे प्रभु इतना तो दे दो कि तिजोरी भर सकूँ
थोड़ा सा गद्दे के अन्दर भर के उस पर सो सकूं
ज्यादा की इच्छा नही बस बेफिक्र होकर जी सकूँ
बच्चो की खातिर जरा सा बैक मे भी रख सकूं
बन्दा हूँ सीधा पत्नी का भी ध्यान थोडा रख सकूं
सिर से पाँव तक उसे गहनो से सुसज्जित कर सकूं
माता पिता की चिंता मे न वक्त मेरा बर्बाद हो
उनके लिए नौकर सहित एक बँगला आबाद हो
हे प्रभु इतना तो दे दो कि सुख से जीवन जी सकूँ
सप्ताह के आखिर मे विदेशी मदिरा पी सकूं

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