25 APR 2021 AT 14:08

नव रोशनी नई तरंग
एक नए दिन का प्रारंभ
खुशी से ओतप्रोत मन
शोर मचाने लगी पवन
झूम उठा सारा उपवन
नभ से उतरी सूर्य किरण
धरा को करती आलिंगन
पेड़ पौधों में हुआ स्पंदन
किया धरा का अभिनंदन
पंछी उड़ने लगे चहुंओर
मन को करते आत्मविभोर
जीवन को मिली नई आभा
मन से अंधेरा दूर भागा

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