5 MAY 2021 AT 21:50

न वो रूका न हमसे रोका गया
हम अनमने से निहारते रहे उसे
वो हौले से मुस्कराते चला गया
कई बार कुछ ऐसा हो जाता हैं
कुछ भी समझ नहीं आता हैं
जब तक कुछ समझ में आता है
हमारे पास पछताना ही रह जाता है

-