मुझे वो रोज मिलता है
देखकर उसको दिल मेरा
छूने को बहुत मचलता है
कहीं टूटे न पंखुड़ियाँ
उसे स्पर्श नहीं करता
मगर उसके जाकर पास
सुकून दिल को मिलता है
उसकी खुशबू मेरे मन को
आल्हादित है कर जाती
इसी अहसास को पाकर
दिन अच्छा गुजरता है
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18 JUN 2020 AT 13:06