कुछ दूर तुम चलना कुछ दूर तक हम आएंगे
राह में किसी मुकाम पर हम मिल ही जाएंगे
वक्त बहुत गुजर गया हमको तुमसे मिले हुए
मिलेगे जब तो एक दूसरे को देखते रह जाएंगे
बीते हुए वो लम्हे बरसात का वो भीगा मौसम
उड़ते हुए वो जुगनू हमे फिर से याद आएंगे
शाम की वो गोधुली बेला वो डूबता हुआ सूरज
हमारे इस मिलन को अतीत की याद दिलाएंगे
घर लौटता पंछियों का झुंड वो ढलती हुई शाम
हमें उन बीते हुए लम्हो की परछाईयाँ दिखाएंगे-
10 FEB 2020 AT 10:49