29 APR 2021 AT 15:10

कब से मैं तन्हा हूँ कुछ भी मुझे याद नहीं
कल जो मेरे पास था आज मेरे साथ नहीं
इंतजार नहीं किसी का अकेले ही जी़ना है
हालात चाहे जैसे हो अब कोई परवाह नहीं
अभ्यस्त हो गए हम इस तन्हा जिंदगानी के
अब किसी से मुलाकात की दिल में चाह नहीं

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