कौन नहीं चाहता कि खुशियाँ उसके इर्दगिर्द मंडराएं
किसे अच्छा नहीं लगता कि सदा हंसे और मुस्कराए
किसके दिल में अरमान नहीं कि जो चाहे मिल जाए
किसकी चाहत नहीं कि वह दुनिया में परचम फहराए
किसकी हसरत नहीं कि लोगों के दिल में उतर जाए
जिस ऊंचाई तक न पहुंचा कोई उस तक पहुँच जाए-
25 NOV 2020 AT 16:06