जीवन का उद्देश्य समझ नहीं आता
सांसे घटती जाती वक्त गुजरता जाता
बचपन से जवानी तक पहुँच जाते
कोई भी हमें समझा नहीँ पाता
क्यों और किसलिए आए जहाँ में
कोई तो मकसद हमें कभी बताता
सब लगे रहते धन और शोहरत के मोह में
एक दिन सब छोड़ कर जाना पड़ता
इंसान उम्र भर भटकता रहता कुछ पाने
आखिर में खाली हाथ जहाँ से चला जाता-
7 DEC 2020 AT 13:32