जगा दे जो उमंग तन मन मेंउड़ना है यदि दूर गगन मेंपंख लगाने होंगे मन मेंआशा दीप जब जलेगा मन मेंचहुँओर उजाला होगा जीवन मेंजीत सकोगे तभी जीवन मेंकम न आंकोगे खुद को मन मेंडरना नहीं जीवन की जंग मेंसुमन खिलता ज्यों कांटों के संग में -
जगा दे जो उमंग तन मन मेंउड़ना है यदि दूर गगन मेंपंख लगाने होंगे मन मेंआशा दीप जब जलेगा मन मेंचहुँओर उजाला होगा जीवन मेंजीत सकोगे तभी जीवन मेंकम न आंकोगे खुद को मन मेंडरना नहीं जीवन की जंग मेंसुमन खिलता ज्यों कांटों के संग में
-